हिन्दी विषय समिति
कार्यवृत्त
हिन्दी विषय समिति की बैठक 02-06-2012 को अपराह्न 2.45 बजे बारहवीं ई कक्षा में
संपन्न हुई। बैठक में हिन्दी और संस्कृत के सभी शिक्षकों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता संयोजक श्री के एम उण्णिकृष्णन ने की। बैठक में निम्नलिखित बिन्दुओं पर विचार-विमर्श
हुआ।
पूर्व बैठक की
अनुवर्ती कार्य : अध्यक्ष ने पूर्व बैठक की अनुवर्ती कार्य पर चर्चा करते हुए इस बात
पर संतोष व्यक्त किया कि पिछली बैठक में चर्चित सभी बिन्दुओं का सही अनुपालन हो
रहा है।
पाठ्यक्रम की
आपूर्त्ती:
क्रम संख्या
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नाम
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कक्षा
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पाठ्यक्रम विवरण
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पूर्ण/अपूर्ण
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हस्ताक्षर
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1
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पी जी टी हिन्दी
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ग्यारहवीं
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पूर्ण
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आठवींM
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पूर्ण
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2
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श्रीमती टी पी जानकी
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नवीं
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समास, उपसर्ग और प्रत्यय, ल्हासा की ओर
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पूर्ण
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आठवींM
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पूर्ण
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सातवीं
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हिमालय की बेटियाँ, कठपुतली, बालमहाभारत
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पूर्ण
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छठी
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नादान दोस्त, बालरामकथा
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पूर्ण
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3
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श्रीमती टी वी सीना
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दसवीं
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बालगोबिन भगत , कवित्त/सवैया, क्रियाविशेषण, पत्र लेखन
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पूर्ण
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|||
सातवीं
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हिमालय की बेटियाँ, कठपुतली, बालमहाभारत
|
पूर्ण
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|||
छठी
|
नादान दोस्त, बालरामकथा
|
पूर्ण
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4
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श्री के एम उण्णिकृष्णन
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दसवीं
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बालगोबिन भगत , कवित्त/सवैया, क्रियाविशेषण, पत्र लेखन
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पूर्ण
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बारहवीं
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बाजार दर्शन, पतंग, पत्रलेखन, आपठित बोध
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पूर्ण
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नवीं
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समास, उपसर्ग और प्रत्यय, ल्हासा की ओर
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पूर्ण
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5
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ड़ा ए जी मनिकंठन
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दसवीं
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आज्ञागुरूणा, अविचारणीया, किम किम
उपादेयम
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पूर्ण
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नवीं
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अविवेकः परमापदाम पदम, पाथेयम
|
पूर्ण
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आठवींM
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बिलस्य वाणी न कदापि मे श्रुता, भगवदंचुकम
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पूर्ण
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सातवीं
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दुर्बुद्धि विनश्वति, स्वावलंबनम
|
पूर्ण
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|||
छठी
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द्वितीयः तृतीयः पाठ:
|
पूर्ण
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6
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श्रीमती वी के रेणुका
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दसवीं M
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आज्ञागुरूणा, अविचारणीया, किम किम
उपादेयम
|
पूर्ण
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|
नवीं
|
अविवेकः परमापदाम पदम, पाथेयम
|
पूर्ण
|
|||
आठवींM
|
बिलस्य वाणी न कदापि मे श्रुता, भगवदंचुकम
|
पूर्ण
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सातवीं
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दुर्बुद्धि विनश्वति, स्वावलंबनम
|
पूर्ण
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छठी
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द्वितीयः तृतीयः पाठ:
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पूर्ण
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7
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टी जी टी हिन्दी
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छठी
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पूर्ण
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सातवीं
|
पूर्ण
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आठवींM
|
पूर्ण
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एफ ए-1 व एफ ए-2 कार्य
का अवलोकन : अध्यक्ष ने एफ ए 1 व एफ ए-2 की चर्चा शुरू करते हुए कहा कि सभी शिक्षक केंद्रीय विद्यालय संगठन
के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए एफ ए 1 व एफ ए 2 का कार्य यथाविधि जारी रखना
चाहिए। एफ ए 1
के अंतर्गत पहली पेन पेपर
टेस्ट के लिए छात्रों को तैयार करना चाहिए। मंदग्राह्य छात्रों पर विशेष ध्यान
देते हुए उनकेलिए आवश्यक उपचारात्मक कार्य भी किया जाना चाहिए, जिसे अपनी शिक्षक दैनंदिनी में अंकित भी करना
चाहिए। एफ ए-2 के अंतर्गत कम से कम तीन कार्य जुलाई तक पूरा होना चाहिए।
छात्रों के
उच्चारण की अशुद्धि : अध्यक्ष ने सभी शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे अपनी अपनी कक्षाओं में बच्चों के
हिन्दी और संस्कृत के उच्चारण की अशुद्धि को दूर करने के लिए उनकी मदद करें।
नए शब्द की
प्रस्तुति: अध्यक्ष ने सभी हिन्दी शिक्षकों से आग्रह किया कि वे प्रातःकालीन सभा में नए शब्द प्रस्तुत करने के लिए
बच्चों की मदद करे। इस बात पर विशेष ध्यान दे कि शब्द हिन्दी का होना चाहिए और
अर्थ अङ्ग्रेज़ी में होना चाहिए। नया शब्द प्रस्तुत करने के बाद वह यथास्थान लिखकर
प्रदर्शित करना भी चाहिए ताकि सभी देख सके।
संयोजक प्राचार्य
सदस्य :
- श्रीमती टी पी जानकी
- श्रीमती टी वी सीना
- श्रीमती वी के रेणुका
- डॉ ए जी मणिकंठन
- श्रीमती षैबी
- टी जी टी हिन्दी
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